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AuthorBrij Mohan Sharma LanguageHindi Number Of Pages184
Authors Payal Dhabalia and Deepali Kiran Age Group6+ Years LanguageHindi Number Of Pages128
Nijaat is the story of Sheikh Moinuddin, who witnesses brutality in his childhood and seeks solutions through violence. Eventually, his conscience ...
View full details‘एक आई सर्जन की डायरीः भारत, अमेरिका एवं ऑस्ट्रेलिया में मेरे अनुभव’ नामक पुस्तक डॉ. सुरेश पाण्डेय द्वारा नेत्र सर्जन बनकर उपचार योग्य अँधता के उन्...
View full detailsThe moment that defines the birth of poetry is when words echo and entice your emotions with the perfect choice of phrases and universally celebrat...
View full detailsयह किताब उर्दू और हिंदी की एक मिश्रण है जिसमे गज़लें नज़्म शायरी के ज़रिये मैंने जिंदगी के अलग-अलग पहलुओं को छुआ है। जिसमें जिंदगी की खुशियाँ , दर्द औ...
View full detailsयह संकलन एक प्रयास है, न सिर्फ़ अपनी रचनाधर्मिता को स्वर देने का, बल्कि इसके द्वारा हमारी आजकल की ज़िंदगी के उन मुद्दों को रेखांकित करने का, जो जान...
View full detailsआबशार अर्थात झरना... झरना एहसासों का संवेदनाओं का... हर इंसान अपने अंदर एक आबशार समेटे होता है जो वक़्त की रवानी और दिशा के हिसाब से अपनी चाल बदलता...
View full details‘Jane wo palchin’ - a Hindi poetry book takes you into those moments when you are in love, compassion, breakup, things which happen around you and ...
View full detailsइस उपन्यास को लिखना मेरे लिए एक प्राकृतिक घटना है । मेरे अन्दर भगत सिंह की चेतना के एक विचार मात्र से ऐसी प्रेरणा जागृत हुई जिसने मुझे लगातार कई मह...
View full detailsसकारात्मक ऊर्जा लिए, गुजरे लम्हों के अनुभवों को, कल्पनाओं को, अंतर्मन के भावों को शब्दो में पिरोकर पाठको के सम्मुख, कहानियो के संग्रह के रूप में प्...
View full detailsहेलो, मैं वेदांत। और मैं भी एक दोहरी जिंदगी जी रहा हूँ आप सब लोगो की ही तरह। जिंदगी की पहली परत जो हर तरह की जिम्मेदारियों को साथ लेकर आगे अपने रास...
View full detailsयह कहानी पाठक को इस विचित्र पात्र ‘बैडमैन’ के विचित्र अनुभवों से भरी पूरी जीवन कथा के विशाल सागर में गोते खिलवाएगी। इस कहानी में कई मद्दों को छेड़ा ...
View full detailsजब इस समाज में, दो बिल्कुल ही असमान्य उम्र के लोग - एक पैंतीस साल का आदमी और बारह साल की बच्ची पर पति-पत्नी होने की मुहर लगा दी जाती है, तो फिर दो ...
View full detailsप्रस्तुत कथानक में एक ऐसे ही धर्म गुरू की कल्पना की गई हैं जिनका धर्मगुरू बनना महज एक परिस्थितिवश संयोग होता है किन्तु वह धर्मगुरू अर्थात् मठ का मह...
View full detailsयह किताब आपको सफ़लता पाने के कोई जादुई मंत्रा नहीं बताती, ना ही यह किताब आपके जीवन की सब परेशानियों को हल करने का दावा करती है। लेकिन आप इस पुस्तक क...
View full detailsAuthorPayal SinhaAge Group15+ YearsLanguageHINDINumber Of Pages40