Devangana (Hindi)
आचार्य चतुरसेन शास्त्री हिंदी साहित्य के एक प्रमुख लेखक थे। उनका जन्म 26 अगस्त 1891 को भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के बुलंदशहर जिले के एक गाँव औरंगाबाद चंडोक में हुआ था। उनके पिता का नाम पंडित केवाल राम ठाकुर और माता नन्हीं देवी थीं। आचार्य जी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा सिकंद्राबाद के एक स्कूल में की। फिर उन्होंने राजस्थान के जयपुर के संस्कृत कॉलेज में दाखिला लिया। यहाँ से उन्होंने आयुर्वेद की उपाधि सस्कृत में वर्ष 1915 में प्राप्त की। उनका साहित्यिक उत्पादन हिंदी साहित्य में अप्रतिम है। उन्होंने 72 प्रकाशित पुस्तकें लिखीं। देवांगना एक ऐतिहासिक उपन्यास है। यह बौद्ध मठों में उत्पन्न कमियों को दिखाता है जिसके कारण भारत से बौद्ध धर्म का पूर्ण उन्मूलन हुआ। इस कहानी के माध्यम से, लेखक ने अपने अनूठे आख्यान के साथ धर्म के पाखंड को बहुत जटिल रूप से प्रस्तुत किया है।
Author
Acharya Chatursen
Age Group
15+ Years
Language
Hindi
Number Of Pages
120